बच्चों में उल्टी ( Vomiting in Children): कारण और उपचार : 5 Important Prevention

Introduction : परिचय

Vomiting in Children / बच्चों में उल्टी होना एक प्राकृतिक प्रतिक्रिया है जिसमें पेट की अंदरूनी वस्तुओं (खाद्य पदार्थ )को मुंह के द्वारा बाहर निकाल दी जाती हैं । इसमें पहले जी मचलना (Nausea) जैसा महसूस होता है ।

Regurgitaion ( गूचलकी ) में जी मचलाये बिना पेट से कुछ पदार्थ बच्चों में मुंह से बाहर आ जाता है जैसे छोटे बच्चों में दूध वापिस गिरना

Cause of Vomiting in Children : बच्चों में उल्टी के कारण

बच्चों में उल्टी होने के कई कारण होते हैं उनमें से कुछ पेट संबंधित होते है और कुछ अन्य कारण –

Gastro-intestinal Cause (पेट संबंधित कारण )

  • Gastroenteritis (आंत की सौजन और संक्रमण )
  • Hepatitis (लीवर में सौजन और संक्रमण )
  • Cholecystitis (पित्त की थैली में सौजन और संक्रमण)
  • Appendicitis(अपेंडिक्स में सौजन और संक्रमण)
  • Pancreatitis (अग्नाशय में सौजन और संक्रमण)
  • Intestinal Obstruction (आंत में रुकावट )
  • Food Allergy (खाने की अलर्जी)
  • Food Poisoning (खाने में विषाक्तता )
  • Gastroesophageal Reflux (GERD)(अम्लता और आहार नली में सौजन)
  • Achalasia Cardia
  • Abdominal Migraine

Non Gastrointestinal Cause(अन्य कारण )-

  • Meningitis /Encephalitis ( दिमाग में सौजन और संक्रमण )
  • Dengue (डेंगू बुखार)
  • Pertusis (काली /कुत्ता खांसी )
  • Raised Intracranial Pressure (बढ़ा हुआ दिमागी प्रेसर )
  • Drugs /Toxin (विष )
  • Urinary Tract Infection (UTI) पेशाब की नलियों का संक्रमण
  • Diabetic ketoacidosis मधुमेह में कीटोन अम्लता
  • Motion sickness
  • during cough छोटे बच्चों में बलगम का गिटकते रहना और उल्टी दे द्वारा बाहर निकलना

जन्मजात कारण

  • Esophasel Atresia (आहार नली का ना बनना )
  • Congenital Diaphragmatic Hernia (आंत का डायफ्राम में से निकलकर छाती वाली जगह में जाना )
  • Anal atresia (गुदा द्वार ना बनना )

Warning Sign in Vomiting : उल्टी के समय खतरे के लक्षण

बच्चों में उल्टी के समय खतरे के लक्षणों (Warning Sign) को देखते रहना चाहिए जो निम्न है –

  • उल्टी में खून और पित्त का होना (Hematemesis ,Bilious vomit )
  • बहुत ज्यादा पेट दर्द (Severe Pain Abdomen ,Tenderness )
  • पेट में फुलावट (Abdominal Distension )
  • तेज रफ्तार के उल्टी होना (Projectile Vomiting )
  • गर्दन में जकड़न (Neck Stiffness )
  • निर्जलीकरण के लक्षण (Dehydration)

बच्चों में उल्टी के समय इन warning sign के दिखते ही तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर को दिखाना चाहिए ।

Home care : घरेलू उपचार

  • बच्चों में उल्टी(vomiting in children ) हो तो घर पर बच्चे को तरल पदार्थ थोड़ा थोड़ा बार बार दें ताकि निर्जलीकरण ना हो , ग्लूकोस का पानी पिलाते रहें । (use liquid diet )
  • कुछ समय के लिए ठोस भोजन ना दें । (avoid bolus )
  • मसालेदार और तला हुआ भोजन ना दें । (avoid fast food)
  • खाने के बाद बच्चे को सीधा बैठायें ।

Hospital Care :अस्पताल में इलाज

बच्चे को यदि बार बार लगातार उल्टी हो तो और खतरे के लक्षण दिखाई दे तो इलाज अस्पताल में करवाना चाहिए –

डॉक्टर बच्चे में History and Examination के आधार पर कारण का पता लगते है और Diagnosis के आधार पर इलाज करते है ।

डॉक्टर द्वारा बच्चे को Antiemtic Medicine , oral / iv fluid ,दिया जाता है ।

इसके अलावा H2 blocker ,PPI, Antibiotic ,antispasmodic medicine भी दी जाती है

कुछ विशेष बीमारी में पेट को आराम देने के लिए बच्चे को NBM (nil by mouth) किया जाता है ।

surgical cause में सर्जरी के द्वारा इलाज किया जाता है जैसे Appendicitis , Intestinal Obstruction , Esophageal Atresia ,Anal atresia

दिमाग की सौजन की वजह से उल्टी हो तो manitol और hypertonic Saline दिया जाता है ।

Diabetic बच्चों में insulin और iv Fluid दिया जाता है ।

Prevention : बचाव के लिए सावधानियाँ

बच्चों में उल्टी से बचाव के लिए निम्न सावधानियाँ रखनी चाहिए –

  1. बच्चों को खाने से पहले हाथ धोना सिखाएं
  2. गंदा या सड़क पर बनने वाला फास्ट फूड से बचायें ।
  3. केवल स्वच्छ और साफ पानी पिलाएं ।
  4. बच्चे को ज्यादा और जबरदस्ती ना खिलाएं ।
  5. बीमारी के समय पर्याप्त आराम दें ।

Conclusion : निष्कर्ष

बच्चों में उल्टी अक्सर हल्की और अस्थायी होती है । मुख्य बात है – बच्चे को हाइड्रैट करें और आराम दें।

लेकिन लगतर और बार बार उल्टी हो और बच्चा सुस्त दिखई दें तो अपने नजदीकी बच्चों के डॉक्टर को दिखाएं ।

उम्मीद करते है यह जानकारी आपको पसंद आई होगी , अपने परिवार के लोगों को share करें और अपने बच्चों का ख्याल रखें । धन्यवाद

Disclaimer

this information is only for education purpose , not a substitute for professional medical advice or treatment. Always seek the advice of your Physician and Pediatrician .यह जानकारी एक शिक्षा और जागरूकता के उद्देश्य से है यह कोई चिकित्सा राय नहीं है, बीमारी का इलाज अपने डॉक्टर की सलाह के बाद ही करें।

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