बच्चों में गाँठें (Lymphadenopathy in Children ): कारण, लक्षण, जाँच; बचाव और उपचार के 5 Effective Tips

Lymphadenopathy in Children

कभी कभी जब माता पिता बच्चे के गले में, बगल में ,कमर/जांघ के पास गांठ जैसी सौजन देखते है तो आमतौर पर चिंतित हो जाते है और घबरा जाते है ? , उनके मन में आता है यह क्या है ? कभी कभी तो ये सामान्य बीमारी के लक्षण हो सकते है लेकिन कभी कभी गंभीर बीमारियों का संकेत भी हो सकती है , तो आओ जानते है हमारे इस टॉपिक में बच्चों में गाँठें (Lymphadenopathy in Children )क्यों होती हैं ? इनके कारण, लक्षण, जाँच और उपचार के बारे में –

What is Lymphadenopathy : बच्चों में गाँठे क्या होती हैं ?

लिमफएडीनोपेथी का मतलब है लसिका ग्रन्थि में सौजन आना (lymph node enlargement ) या असामान्य रूप से बढ़ जाना (abnormal size ,number and consistency of lymphnode )। लसिका ग्रन्थि हमारे रोग प्रतिरोधक प्रणाली (immune system) का महत्वपूर्ण हिस्सा होती हैं जो सामान्य स्तिथि में ये बहुत छोटी होती है लेकिन जब शरीर मे संक्रमण हो तो ये बड़ी हो जाती है और इनमे सौजन आ जाती है । ये संक्रमण के समय जीवाणु और विषाणु को पकड़ने और खून में से छानने का काम करती है । lymphadenopathy

Common Site of Lymphadenopathy in Children : बच्चों में गाँठे किस किस जगह अधिक सूजती है ?

बच्चों में कई जगह lymph node (500-600) होते है इसमें से कुछ जगह जल्दी सौजन आती है जैसे –

  • Cervical region – सबसे ज्यादा गर्दन के चारों तरफ पाई जाने वाली lymph node में से किसी भी हिस्से में ये गाँठे सूजती है । इनके नाम occipital ,preauricular ,postauricular, anterior/posterior cervical ,superficial /deep cervical, submental ,submandibular ,supraclavicular होते हैं ।
  • Axillary region – त्वचा ,फेफड़े ,स्तन के संक्रमण से ये बगल(armpit ) में गाँठे सूजती हैं । इनके नाम central ,lateral, medial anterior ,posterior होते हैं
  • Inguinal region -पैरों के संक्रमण जैसे कोई फोड़ा फुंसी हो तो ये कमर / जांघ (groin) के पास गाँठे सूजती है । इनके नाम inguinal ,femoral lymph node होते हैं ।
  • abdominal region (mesentric ) – पेट और आंत मे संक्रम हो तो ये सूजती है और पेट दर्द का कारण भी बनती है ।
  • Mediastinal region –फेफड़ों में कोई संक्रमण या टीबी हो तो ये छाती मे पाई जाने वाली lymph node में सौजन आता है और ये chest X -Ray में दिखती है ।

Cause of Lymphadenopathy : बच्चों में गाँठे किस कारण से होती है ?

बच्चों में गाँठे और lymphnode मे सौजन आने के कई कारण होते है जो निम्नानुसार हैं-

1. संक्रमण (Infection) – सबसे आम कारण यही माना जाता है जैसे

  • जीवाणु संक्रमण ( streptococcus ,staphylococcus , टीबी , टाइफॉइड ) ,
  • वायरस का संक्रमण ( infectious mononucleosis, CMV,AIDS),
  • Fungal infection ,
  • Protozoal infection जैसे मलेरिया

2. गैर संक्रमण कारण

  • Autoimmune बीमारी जैसे – SLE, Rheumatic Arthritis
  • थाइरॉइड की बीमारी ( hyperthyroidism )
  • Granulomatous disease – amyloidosis ,sarcoidosis
  • कुछ दवाइयों के कारण – allopurinol ,
  • कुछ जन्मजात बीमारी जैसे Gaucher disease , Niemann-pick disease

3. कैंसर संबंधित कारण

  • Leukemia (acute ,chronic/CML )- रक्त कैंसर
  • Lymphoma (Hodgkin ,non Hodgkin )-
  • अन्य कैंसर जैसे सिर,गर्दन,फेफड़े का ट्यूमर , अन्य जगह से फैला हुआ कैंसर ( metastatic )जैसे पेट का कैंसर

Symptom and Sign : लक्षण और संकेत

  • गांठ और सौजन होना (lump)- बच्चों के गले में गांठ सबसे ज्यादा common होती है ।
  • दर्द होना (pain )
  • बुखार और गले में खरांश होना (fever ,sore throat )
  • वजन कम होना , रात को पसीना ज्यादा आना (TB, Hyperthyroid ,कैंसर में )
  • थकान और भूख कम लगना (appetite loss)
  • पेट दर्द
  • joint pain & Rash ( autoimmune बीमारी में)

Diagnosis of Lymphadenopathy in Children : बच्चों में गांठों की जांच क्या करवानी चाहिए ?

डॉक्टर बच्चे की शारीरिक परीक्षण और गांठ के बारे में पूछताछ (History and examination ) जैसे गांठ की जगह ,अवधि/समय ,progress , associated symptom जैसे बुखार, खांसी, पेटदर्द ,वजन कम होना और भी अन्य के अनुसार निम्न जाँचे करवाते है –

  • खून की जाँचे ( blood test ) – CBC , ESR, CRP, HIV etc .
  • Imaging studies -Chest x Ray , USG, CT, MRI,
  • special test – tuberculin skin test (MT) , बलगम की जाँचें CBNAAT यदि लंबी खांसी और वजन कम हो रहा हो तो (टीबी के लिए )
  • Lymph node Biopsy / FNAC यदि कैंसर का या टीबी का शक हो तो

Management of Lymphadenopathy in Children: उपचार

इनका इलाज पूरी तरीके से कारण और Diagnosis पर निर्भर करता है –

  1. मुंह और गले की साफ सफाई रखें । बार बार ग्रन्थि को दबाने से बचें ।
  2. वाइरल इन्फेक्शन की वजह से हो तो ये गाँठे अपने आप ठीक हो जाती है केवल आराम की, तरल पदार्थ की ,और बुखार की पैरासेटामॉल दवा की जरूरत होती है ।
  3. बैक्टिरीअल इन्फेक्शन और टीबी हो तो antimicrobial medicine और DOTS की जरूरत पड़ती है ।
  4. थाइरॉइड बीमारी हो तो antithyroid मेडिसन की जरूरत पड़ती है ।
  5. Steroid और immuno-suppressant medicine -autoimmune बीमारी में
  6. कैसर हो तो chemotherapy और radiotherapy की जरूरत पड़ती है ।
  7. Surgry – यदि गांठ में pus पड़ गई हो तो सर्जिकल abscess drainage करना पड़ता है ।

Prevention and Parental Guidance: बचाव और माता पिता के लिए सुझाव

ज्यादातर मामलों में ये सौजन हानि रहित होती है , सही समय पर इलाज से पूरी तरीके से ठीक हो जाती है। कुछ सावधानियां –

  1. मुंह और गले की साफ सफाई रखें ।
  2. बार बार ग्रन्थि और सौजन को दबाने से बचें
  3. गंभीर कारण को जल्दी पहचानना जरूरी होता है । अगर गांठ/ग्रन्थि और सौजन बहुत बड़ी हो ,कठोर हो , दर्द रहित हो या वजन लगातार कम हो तो तुरंत अलर्ट हो और डॉक्टर से राय लें ।
  4. बच्चे का समय रहते सम्पूर्ण टीकाकरण करवाए जैसे BCG MMR ताकि टीबी और अन्य वायरल इन्फेक्शन से बच्चे को बचाया जा सके ।
  5. बच्चे को संतुलित आहार (Balanced Diet ) देना चाहिए जिसमें शर्करा व वसा के अलावा पर्याप्त प्रोटीन ,विटामिन और minerals हों ।

समय पर जांच और इलाज से बच्चे को सुरक्षित रखा जा सकता है ।

Conclusion : निष्कर्ष

बच्चों में लिंफेडेनोपैथी माता-पिता के लिए चिंता का कारण बन सकती है, लेकिन अधिकतर मामलों में यह सामान्य संक्रमण से जुड़ी होती है। फिर भी सतर्क रहना और ज़रूरत पड़ने पर डॉक्टर से सलाह लेना आपके बच्चे की सेहत के लिए सबसे अच्छा कदम है।

यदि बच्चे में गले की गांठ के साथ खांसी हो तो हमारा लेख बच्चों में खांसी भी पढ़ें –

Disclaimer :

 this information is only for education purpose , not a substitute for professional medical advice or treatment. Always seek the advice of your Physician and Pediatrician .यह जानकारी एक शिक्षा और जागरूकता के उद्देश्य से है यह कोई चिकित्सा राय नहीं है, इलाज अपने डॉक्टर की सलाह के बाद ही करें ।

Faq’s

बच्चों में गांठ का क्या इलाज है ?

बच्चों में गांठ का इलाज कारण पर निर्भर करता है डॉक्टर की राय लेकर कारण का पता लगाएं ।

बच्चे के सिर के पीछे गांठ क्यूँ होती है ?

ये occipital lymph node में संक्रमण से होती है कुछ मामलों में अन्य rare कारण भी हो सकते है ।

गांठ के बारे में कब चिंतित होना चाहिए ?

यदि गांठ ज्यादा hard हो , लंबे समय से हो , गर्दन की गांठ की वजह से सांस लेने में दिक्कत हो या वजन कम हो रहा हो तो डॉक्टर की राय जरूर लेनी चाहिए ।

कैसे पता चलेगा कि गांठ कैंसर है या नहीं ?

कैसर की गांठ अक्सर कठोर (hard), अनियमित (irregular), जल्दी आकार में बढ़ने वाली ,दर्द रहित होती है फिर भी बिना जांच जैसे biopsy और अन्य pathology जांच के कैंसर कहना गलत होता है ।

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