
Introduction—Hand Foot Mouth Disease (HFMD)
HFMD एक वायरस से होने वाला रोग है जो बच्चों में 5 साल तक होने की संभावना रहती है इस रोग में बच्चों के हाथ पांव और मुंह में छाले हो जाते हैं, यह वायरस enterovirus genus के होते है जिसमें
सबसे ज्यादा coxsachie virus A16 तथा enterovirus 71 द्वारा होता है ! बच्चों में अचानक हाथ, पैर और मुंह में लाल दाने या छाले देखकर माता-पिता घबरा जाते हैं।हालांकि यह बीमारी गंभीर नहीं होती और कुछ दिनों में ठीक हो जाती है, लेकिन माता-पिता को इसके बारे में पूरी जानकारी होना ज़रूरी है ताकि सही समय पर देखभाल और इलाज किया जा सके .
HFMD कैसे फैलता है?
HFMD बहुत तेजी से फैलने वाला संक्रमण है।
संक्रमित बच्चे की खाँसी और छींक से निकले respiratory droplets से,मुंह/नाक के स्राव (saliva, mucus) से,छालों के तरल पदार्थ से,गंदे खिलौनों, कपड़ों, बर्तनों या साझा की गई चीज़ों से फैलता है
HFMD के लक्षण (symptoms) :
- 1.बुखार (mild fever)
- 2.गले में खराश(sore throat)
- 3.मुंह में छाले व दर्द (ulcer and pain in oral cavity)
- 4.हाथों और पैरों में दाने (papulovasicular rash)
- 5. कभी कभी बच्चों में खांसी भी हो सकती है ( cough)
- 6.कभी-कभी नितंब और घुटनों के आसपास भी दाने हल्की खुजली या जलन(itching and burning sense)
यह बीमारी सामान्यतः रोगी के साथ Direct contact में आने से होती है । यह अत्यधिक संक्रामक बीमारी है जो सामान्यतया 4 से 5 दिनों में resolves हो जाती है ।इसके rare complication नाखून का उतरना , aseptic meningitis, encephalitis होते है , जिसकी वजह से HFMD चीन में घातक सिद्ध भी हुआ था !कुछ देशों में Enterovirus 71 के लिए वैक्सीन उपलब्ध है, लेकिन भारत में यह आमतौर पर नहीं दी जाती।
Diagnosis (निदान) –
इस बीमारी के डायग्नोसिस के लिए किसी जांच की जरूरत नहीं होती है सामान्यतः यह देखने से ही पता चल जाता है ।
Prevention & Treatment ( बचाव & इलाज) –
इसके इलाज के लिए निम्नलिखित बातें ध्यान में रखनी चाहिए 1. दर्द को कंट्रोल करने के लिए एनाल्जेसिक दवाई दी जाती है, 2. यह एक वायरस जनित रोग है इसलिए इसमें एंटीबायोटिक ज्यादा काम नहीं करती हैं फिर भी बैक्टीरिया इन्फेक्शन साथ में हो तो एंटीबायोटिक दी जा सकती है । 3. बच्चों को तरल पदार्थ और सॉफ्ट डाइट दी जानी चाहिए । 4. इसके लिए कोई वैक्सीनेशन उपलब्ध नहीं है । 5. ग्रसित बच्चों को आइसोलेशन में रखना चाहिए तथा बाकी बच्चों से दूर रखना चाहिए। 6. हाथों को बार-बार धोना चाहिए । 7. बच्चों को सभी दवाई वजन के हिसाब से तथा बच्चों के डॉक्टर की सलाह के बाद ही देनी चाहिए ताकि drug resistance नहीं हो तथा साइड इफेक्ट भी नहीं हो ।
Prevention : HFMD की रोकथाम
HFMD से बचाव का सबसे अच्छा तरीका साफ-सफाई और सावधानी है।
- बच्चों को हाथ धोने की आदत डालें
- संक्रमित बच्चे को 7–10 दिन तक स्कूल/डे-केयर से दूर रखें
- बर्तन, कपड़े और खिलौने अलग रखें
- खाँसते और छींकते समय रूमाल या टिश्यू का इस्तेमाल करें
- घर में साफ-सफाई पर ध्यान दें
Conclusion : निष्कर्ष
हैंड, फुट एंड माउथ डिजीज बच्चों में होने वाली एक आम और संक्रामक बीमारी है। यह ज्यादातर हल्की होती है और आराम, तरल पदार्थ व सही देखभाल से अपने आप ठीक हो जाती है। माता-पिता को घबराने की बजाय साफ-सफाई और बच्चों की सही देखभाल पर ध्यान देना चाहिए। अगर लक्षण गंभीर हों तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेना ज़रूरी है
Disclaimer :
this information is only for education purpose , not a substitute for professional medical advice or treatment. Always seek the advice of your Physician and Pediatrician .यह जानकारी एक शिक्षा और जागरूकता के उद्देश्य से है यह कोई चिकित्सा राय नहीं है, इलाज अपने डॉक्टर की सलाह के बाद ही करें ।
2 thoughts on “क्या आपके बच्चों में हाथ ,पांव & मुंह में दाने ? ये HFMD तो नहीं है ? जानिए क्या होता है ?HFMD (Hand Foot Mouth Disease)”