
Introduction : परिचय
बच्चों में खून की कमी के बारे में परिचय – बचपन में शारीरिक ,मानसिक और बौद्धिक विकास तेजी से होता है ,इस विकास के लिए शरीर को पर्याप्त खून की जरूरत होती है । लेकिन बड़ी संख्या में बच्चों मे खून की कमी की कमी पाई जाती है
एनीमिया का मतलब है बच्चे के शरीर मे हीमोग्लोबिन का स्तर कम होना WHO के अनुसार 5 साल तक के बच्चे में 11, 5 से 11 साल तक के बच्चे मे 11.5 ,12 साल से ऊपर के बच्चों में 12 से कम हीमोग्लोबिन को खून की कमी मानी जाती है ।
Cause of Anemia : बच्चों में खून की कमी क्यों हो जाती है
जो बच्चे केवल दूध ही दूध पीते रहते हैं , अन्य भोजन (Complementary food ) कम खाते है और 6 महीने के तुरंत बाद अन्य भोजन शुरू नहीं करना (Delay introduction of Complementary food ) anemia का प्रमुख कारण है अन्य कारण –
- Bottle feed – बोतल से दूध पीने वाले बच्चे solid food नहीं खाते है , बोतल वाला दूध इन्फेक्शन का कारण भी बनता है ।
- Worm infestation– बच्चों के पेट मे कीड़े होना
- bleeding -किसी कारणवश blood loss हो तो
- Iron deficiency – बच्चों के आहार में आयरन की कमी तथा बच्चों को विकास के लिए आयरन की जरूरत ज्यादा होना खून की कमी का सबसे बड़ा कारण है, आयरन हीमोग्लोबिन बनाने में मदद करता है ।
- Vitamin deficiency – विटामिन और खनिज की कमी जैसे folic acid ,vitamin B 12 की कमी से रक्त बनने की प्रक्रिया प्रभावित होती है लंबे समय तक केवल दूध पर रहने वाले वाले बच्चों में यह समस्या आती है
- कई लंबे समय तक रहने वाली बीमारी जैसे Malaria , TB, Chronic infection के कारण भी खून की कमी आ जाती है इन रोगों से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है ।
- Genetic cause – कई प्रकार की जन्मजात बीमारी जैसे thalassemia, sickle cell anemia भी खून की कमी का कारण होते है जिनमें आयरन और विटामिन की कमी हो भी सकती है और नहीं भी , इन बीमारियों मे आयरन पर्याप्त होते हुए भी हीमोग्लोबिन और लाल रक्त कोशिका सही से नहीं बन पाती है।
- Balance diet की कमी -बच्चों में संतुलित भोजन की कमी ,हरी सब्जी ,दालें अनाज कम खाना fast food / junk food अधिक खाना , केवल दूध ही दूध पिलाना ( दूध में आयरन बहुत कम होता है हालांकि 6 महीने तक माँ का दूध ही पिलाना चाहिए क्योंकि माँ के दूध में मौजूद आयरन आसानी से अवशोषित हो जाता है और जरूरत के हिसाब से पर्याप्त भी होता है बशर्ते माँ में खून की कमी ना हो )
Sign and Symptom : बच्चों में खून की कमी के लक्षण
हीमोग्लोबिन का मुख्य काम शरीर के विभिन्न अंगों में आक्सीजन ले जाना होता है , खून की कमी में शरीर को पर्याप्त आक्सीजन नहीं मिल पाती है जिससे निम्न लक्षण आने लगते हैं जिनको सामान्यतः माता पिता द्वारा नजर अंदाज कर दिया जाता है –
- बार बार थकान – weakness
- सिरदर्द- Headache
- चिड़चिड़ापन -Irritability
- बार बार बीमार पड़ना जैसे खांसी और निमोनिया – Repeated illness because of leucocyte dysfunction
- पढ़ाई और खेलकूद में पीछे रहना – Reduced exercise capacity
- कमजोरी महसूस करना -lethargy
- चक्कर आना – Vertigo
- बच्चे की आँख की conjunctiva ,जीभ , नाखून सफेद होना
- सांस फूलना -Shortness of breath
- ध्यान केंद्रित ना कर पाना – Unable to concentrate
- बाल झड़ना नाखून टूटना – koilonychia
- विकास की गति धीमे पड़ना -adverse effect on neurodevelopment growth and immunity
- दिल की धड़कन तेज होना -Tachycardia
- बच्चे का खेलते खेलते चेहरा और होंठ नीला पड़ना – Breath holding spell & Cyanosis
- febrile seizure- कई बार खून की कमी वाले बच्चों में बुखार के समय हाथ पाँवों झटके भी आ जाते है ।
Complication of Anemia : खून की कमी होने से क्या दिक्कत होती है?
बच्चों में खून की कमी को दूर नहीं करने पर हृदय संबंधित दिक्कत जैसे -cardiomegaly ,Heart failure even death, विकास संबंधित दिक्कत जैसे -Developmental delay ,neuro regration , nutritional tremor syndrome (NTS), febrile seizure जैसी दिक्कत आती हैं ।
Diagnosis :बच्चों में एनीमिया की जांच

बच्चों में खून की कमी ( Anemia )का पता सामान्यतः बच्चे के लक्षण और physical examination जैसे नाखून, आँख की conjunctiva, जीभ का कलर देखने पर लग जाता है फिर भी detail के लिए डॉक्टर निम्न जाँचे करवा कर कारण का पता लगाते है
- Complete Blood Count (CBC )– इसमें विभिन data देखकर एनीमिया व एनीमिया के कारण का पता चलता है जैसे low HB ,high MCV विटामिन B 12 की कमी की वजह से , low HB, low MCV आयरन की कमी , thalassemia की वजह से होता है ।
- Serum Ferritin level , TIBC , सीरम आयरन ,
- Vitamin b 12 level और folic acid level
- Peripheral blood film PBF
- Thalassemia screening
- Sickle cell screening
Prevention of anemia– एनीमिया का बचाव (Diet for Anemic Child : बच्चों में खून बढ़ाने के लिए क्या खिलाना चाहिए ? )
- Exclusive Breastfeeding-छः महीने तक बच्चे को माँ का दूध (Exclusive Breastfeeding ) ही पिलाना चाहिए , इस समय तक कुछ अतिरिक्त देने की जरूरत नहीं पड़ती है ।
- Avoid Bottle Feed – बोतल से दूध नहीं पिलाना चाहिए ।
- Complementary feed– छः महीने के बाद माँ के दूध ले अलावा अतिरिक्त भोजन (Complementary feed ) देना चाहिए ।
- Eat Iron Rich Food and Balanced Diet -आयरन से युक्त खाने का संतुलित आहार जैसे हरी पत्तेदार सब्जी (पालक , ब्रोकली ) , फल (जैसे अनार, मॉसमी, नींबू, संतरा, चुकंदर ) ,गुड़ ,किसमिस , बादाम, काजू , आदि खिलाए , मांसाहारी परिवार में मीट,अंडा ,चिकन , लीवर का सेवन भी कर सकते हैं ।
- Citrous Fruit – सिट्रस फल जैसे मॉसमी, नींबू, संतरा खाने से आयरन का आंत में अवशोषण बढ़ता है ।
- Avoid excess Tea and Coffee – चाय तथा कॉफी पीने से आयरन का आंत में अवशोषण कम होता है ।
- Fortified Food -आयरन फॉर्टफाइड आटा काम में लेना चाहिए और लोहे के बर्तन मे खाना बनाना चाहिए ।
- Regular Deworming -समय समय पर बच्चों और गर्भवती महिला को पेट मे कीड़ा मरने वाली दवा देनी चाहिए ।
- Avoid Junk Food – फास्ट फूड और जंक फूड का सेवन नहीं करना चाहिए ।
- Routine Health Checkup – समय समय पर बच्चों और गर्भवती महिला का हेल्थ चेक अप करवाते रहना चाहिए
Anemia in neonate : नवजात शिशुओं में एनीमिया
एक महीने से छोटे बच्चों मे खून की कमी के प्रमुख कारण-
- जन्म के समय blood loss हो जाना ,
- समय से पहले बच्चे का जन्म लेना ,
- बच्चे का वजन कम होना ,
- बच्चे में bleeding का होना ,
- जुड़वा बच्चों में एक का खून दूसरे में चले जाना(Twin To Twin Transfusion )
- माँ का दूध नहीं मिलना ,
- माँ में गर्भावस्था के समय और बाद में खून की कमी होना ,
- Hemolysis ज्यादा होना -जैसे माँ और बच्चे का ब्लड मिस्मैच होना ABO व Rh mismatch और कुछ जन्मजात रोग
Treatment of Anemia : बच्चों में खून की कमी कैसे दूर करें
- बच्चों में खून की कमी (anemia in children) को दूर करने के लिए आयरन व विटामिन युक्त आहार खाना चाहिए ।
- खून की कमी का पता लगा कर उसके हिसाब से इलाज किया जाना चाहिए जैसे
- Anthelminthic medicine – बच्चों के पेट में कीड़े मारने के लिए
- Iron supplement – आयरन की कमी को पूरा करने के लिए आयरन सप्लीमेंट बच्चे के वजन के हिसाब से दिया जाना चाहिए
- Methylcobalamine / cyanocobalamin and folic acid – विटामिन की पूर्ति के लिए
- Ascorbic acid विटामिन C – आंत में आयरन के absorption के लिए
- Iron chelating Agent – थैलेसेमिया जैसे जन्मजात रोगों में
- Blood Transfuse – कई बार यदि खून की अत्यधिक कमी हो तो बच्चों में खून भी Transfuse किया जाता है ।
Conclusion : निष्कर्ष
बच्चों में खून की कमी एक सामान्य लेकिन गंभीर समस्या है ।लेकिन इसे समय पर माता पिता और डॉक्टर के द्वारा पहचाना जाए तो बच्चे को स्वस्थ और मजबूत बनाया जा सकता है । माता पिता को उपरोक्त लक्षण दिखे तो बच्चे का स्वास्थ्य परीक्षण करवाते रहे ।
याद रखें – स्वस्थ बच्चा ही मजबूत समाज और देश की नींव है।
Disclaimer
this information is only for education purpose , not a substitute for professional medical advice or treatment. Always seek the advice of your Physician and Pediatrician .यह जानकारी एक शिक्षा और जागरूकता के उद्देश्य से है यह कोई चिकित्सा राय नहीं है, इलाज अपने डॉक्टर की सलाह के बाद ही करें ।
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