बच्चों में खांसी और निमोनिया : कारण, लक्षण ,बचाव और उपचार – Cough in Children : Pneumonia – A Significant cause of Under5 mortality

cough in child

Introduction : प्रस्तावना

बच्चों में खांसी एक सामान्य समस्या है । सामान्य सर्दी जुकाम के कारण भी खांसी हो जाती है और यह अपने आप ठीक भी हो जाती है , लेकिन कई बार खांसी निमोनिया ( Pneumonia) जैसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकती है । पाँच वर्ष तक के बच्चों मे निमोनिया मोत का एक प्रमुख कारण होता है । इसलिए इस लेख मे हम खांसी और निमोनिया के बारे मे माता पिता को जानकारी देंगे उम्मीद है आपके लिए ये जानकारी उपयोगी होगी ।

What is Cough : खांसी क्या है ?

खांसी हमारे शरीर का एक Protective Reflex है जो फेफड़ों में मौजूद कोई भी चीज जैसे बलगम , वायरस , जीवाणु , परागकण,खाने का टुकड़ा इत्यादि को बाहर निकलने के लिए जरूरी reflux है .

What is Pneumonia :निमोनिया क्या है ?

निमोनिया फेफड़ों का इन्फेक्शन / संक्रमण है जिसमे फेफड़ों मे मोजूद वायु कूपिकाएं (alveoli ) में सूजन और मवाद (pus ) भर जाता है । इस कारण बच्चे को सांस लेने मे तकलीफ होती है तथा तेज बुखार ,खांसी हो जाती है । यह संक्रमण जीवाणु , विषाणु और फंगस से हो सकता है । निमोनियाँ की वजह से शरीर मे आक्सिजन की कमी या सकती है जिससे बच्चे की मोत भी हो सकती है ।

Is All Cough Pneumonia : क्या सभी खांसी निमोनिया है ?

सभी खांसी निमोनिया नहीं होती है ,खांसी के कई अन्य कारण (other cause of cough) भी होते है जैसे –

  • खाना खाते समय जल्दबाजी मे कोई टुकड़ा फेफड़े व श्वास नली मे जाना (foreign body in respiratory tract )
  • सामान्य सर्दी जुकाम की वजह से सांस की नली मे पानी (secretion) का होना,(common cold due to viral infection )
  • ऐलर्जी की वजह से सांस की नली व फेफड़े मे पानी (secretion) का होना ,(धूल, धुँवा व वायु प्रदूषण की वजह से )
  • ठंड की वजह से गले मे खरांस होना ( pharyngitis and sore throat )
  • नाक मे ऐलर्जी होना (sinusitis and rhinitis )
  • अस्थमा (asthma )
  • कुत्ता खांसी (pertussis/whooping cough )
  • COPD , covid और टीबी
  • कुछ दवाइयाँ भी खांसी का कारण होती हैं जैसे बीपी की दवाई captopril (ACE Inhibitor)

Cause of Pneumonia :बच्चों मे निमोनिया के कारण

सामान्यतः निमोनिया की वजह जीवाणु जनित संक्रमण (Bacterial infection) होता है लेकिन कभी- कभी यह वायरस और फंगस संक्रमण की वजह से भी होता है ।

  • जीवाणु – स्ट्रेपटोकॉक्स निमोनी ,हीमोफीलस इन्फ़्लुएनजी नाम के जीवाणु सबसे कॉमन है ।
  • विषाणु – रेसपिरेट्री सीनकीटियल वायरस (RSV), इंफ्लुएंजा और एडीनो वायरस
  • फंगल- कमजोर व कम रोगप्रतिरोधक वाले बच्चों मे ही यह होता है ।
  • समय से पहले जन्मे बच्चों मे ,कुपोषित बच्चों मे ,कम वजन के बच्चों में ,टीकाकरण अधूरा रहने वाले बच्चों मे निमोनिया ज्यादा होने के चांस होते हैं ।

Sign & Symptom of Pneumonia :बच्चों मे निमोनिया के लक्षण

कुछ लक्षणों की वजह से निमोनिया का पता लगाया जाता है जैसे

  • लगातार खांसी ( continue cough )
  • तेज बुखार (high fever )
  • सांस लेने मे तकलीफ और सांस का तेज चलना ( difficulty in breathing and tachypnea )
  • नाक फूलकर सांस आना (nasal flaring )
  • सांस लेते समय छाती का धंसना (retraction in suprasternal , subcostal, intracoastal area )
  • सीने मे आवाज आना ( chest sound like crackles, )
  • बच्चे का सुस्त होना , खाना ना खाना (lethargy ,refuse to feeding)
  • नीला पड़ना (cyanosis)

Classification of Pneumonia :बच्चों मे निमोनिया के प्रकार

निमोनिया के प्रकार –

  • Lobar pneumonia -फेफड़े के एक पूरे लोब मे निमोनिया
  • Broncho pneumonia– फेफड़े मे जगह जगह छोटे छोटे निमोनिया के पैच
  • Interstitial pneumonia– फेफड़े के interstitial tissue मे सूजन

Guide for Parents : माता पिता के लिए सुझाव

  • माता पिता को बच्चों का टीकाकरण( vaccination ) पूरा करवाना चाहिए ।
  • खांसी वाले बच्चे से दूसरे बच्चों को दूर रखना चाहिए । (home isolation )
  • तरल पेय पदार्थ दे ताकि बच्चा dehydrate ना हो .
  • खांसी को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए ।
  • बच्चों को सिखाना चाहिये कि खाँसते और छिकते समय मुंह पर रुमाल या कोहनी को मोड़कर मुंह के आगे करना चाहिये ।

Home remedy for Cough : बच्चों में खांसी के घरेलू उपाय

घर पर बच्चे को देखभाल करने के तरीके व खांसी के घरेलू उपाय –

  • बच्चे को पर्याप्त आराम कराए ,
  • तरल पेय पदार्थ दे जैसे गरम पानी ,अदरक का गरम दूध दें ।
  • ठंडे पेय पदार्थ ना दें ,
  • ठंडी हवा से बचाएं ,
  • गरम पानी के गरारे (gargle)
  • बच्चों को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए अच्छा आहार देना चाहिये ।

Treatment of cough and Pneumonia :बच्चों में खांसी और निमोनिया का इलाज

इलाज बच्चे की स्तिथि देखकर निर्धारित किया जाता है डॉक्टर बच्चे के माता पिता द्वारा बताए गए लक्षण , कुछ पूछे गए प्रश्न उतर के बाद बच्चे की general condition देखकर तथा chest auscultation के बाद यदि जरूरी हों तो जांच की सहायता लेकर खांसी का कारण का पता लगाते है और इलाज करते है –

सामान्यतः investigation की जरूरी नहीं पड़ती है लेकिन कभी कभी किसी कारण को role out करने के लिए chest x-ray तथा खून की और बलगम की जांच करवाई जाती है ।

बच्चों , खासकर 4 वर्ष से छोटे बच्चों को खांसी को दबाने के लिए कोडीन व cough suppressant drugs (डेक्सटरोमेठोरफन ) नहीं देनी चाहिए क्योंकि खांसी बलगम को बाहर निकलने मे महत्वपूर्ण तरीका है । इसलिए डॉक्टर की सलाह के बाद ,और वजन के अनुसार ही दवा देनी चाहिए ।

  • हल्का निमोनिया – घर पर आराम , तरल पेय पदार्थ (ORS ,दूध ,पानी ) ,nasal drop saline ,बुखार के लिए पैरासेटामॉल (वजन के अनुसार ) , डाक्टर के द्वारा दी गई दवा (antihistaminic medicine ,antibacterial medicine ,antiviral medicine ,antipyretic anti analgesic, )
    • बच्चों को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए micronutrient और विटामिन देना चाहिए।
  • गंभीर निमोनिया – अस्पताल मे भर्ती करके निगरानी रखना , आक्सीजन थेरेपी , iv medicine ,तथा कभी कभी nebuliser , CPAP ,BiPAP, Ventilator की भी जरूरत पड़ती है ।
बच्चों में खांसी

Warning Sign : चेतावनी के गंभीर लक्षण

  • जीभ , होंटों और त्वचा का नीला होना
  • तेज आवाज के साथ सांस लेना , सांस में तकलीफ , सांस तेज ,छाती का धसना
  • बेहोश होना

उपरोक्त गंभीर लक्षण दिखे तो तुरंत अस्पताल जाना चाहिए ।

Conclusion : निष्कर्ष

बच्चे की खांसी को हल्के में नहीं लेनी चाहिए , खांसी एक सामान्य सर्दी जुखाम से लेकर निमोनिया जैसे गंभीर बीमारी का कारण भी हो सकती है । समय पर पहचान , सही कारण का पता लगाकर ,सही समय पर इलाज करवाकर बच्चे की जान बचाई जा सकती है । अगर लगातार खांसी , सांस तेज , तेज बुखार , बच्चे का नीला होना जैसे लक्षण दिखे तो अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर , बच्चों के डॉक्टर की सलाह व इलाज जरूर ले ।

Disclaimer :

 this information is only for education purpose , not a substitute for professional medical advice or treatment. Always seek the advice of your Physician and Pediatrician .यह जानकारी एक शिक्षा और जागरूकता के उद्देश्य से है यह कोई चिकित्सा राय नहीं है, इलाज अपने डॉक्टर की सलाह के बाद ही करें ।